9/13/12

90 सैकण्ड में ढेर होगी 9 मंजिलें

जयपुर। राजस्थान की राजधानीजयपुर में अमानीशाह नाले के बहाव क्षेत्र में आ रहा सबसेबड़ा निर्माण गुरूवार को दोपहर 12 बजे जमींदोज होगा। श्याम नगर में 9 मंजिला इमारत
को डायनामाइट से उड़ाने के लिए जेडीए ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। इसके चलते भारी पुलिस बलतैनात कर दिया गया है। इमारतके
आस-पास के घरों को खाली कराया
आस-पास के घरों को सुरक्षा के लिए लिहाज से खाली करने की कारवाई चल रही हैं।
इससे पूर्व बुधवार को श्याम नगर,जनपथ स्थित बहुमंजिला इमारत के ई-ब्लॉक के 18 फ्लैट्स के हिस्से को नियंत्रित विस्फोटक तकनीक से उड़ाने के लिए इंदौर से आए विशेषज्ञ एस.बी. सरवटे और जेडीए टीम बुधवार को दिनभर जुटी रही।
ऎसा होगी इमारत जमींदोज
इस 9 मंजिला ब्लॉक को जमींदोज करने के लिए तीन मंजिल में विस्फोट किया जाएगा। इसके लिए भूतल, पहली और दूसरी मंजिल के सभी पिलरों में 4 की जगह 6 जगह छेद
कर विस्फोटक भरा जाएगा। बुधवार शाम को टेस्टिंग ब्लास्ट में कुछ कमी रह जानेके बाद छेद संख्या बढ़ाने कानिर्णय किया गया।
पहले पहली मंजिल केहिस्से में ही विस्फोट किया जाएगा। पहली मंजिल के पिलर ध्वस्त होने के कारण इमारत थोड़ी कमजोर हो जाएगी, लेकिन गिरेगी नहीं, क्योंकि भूतल और ऊपरी मंजिल के पिलर की पकड़ बनी रहेगी। इसके बाद भूतल और दूसरी मंजिल को ध्वस्त किया जाएगा, जिससे पूरी इमारत धाराशायी हो जाएगी।
100 मीटर में असर
विस्फोट में इम्पलोजन (अन्त:विस्फोट) और आइसोलेशन इंजीनियरिंग का उपयोग होगा।इससे विस्फोट के समय अधिकतम 100 मीटर दायरे तक ही इसका असर होगा। पिलरों में विस्फोटक इस तरह से भरा जाएगा, जिससे इमारत का हिस्सा सीधे नाले की तरफ गिरे। जेडीए ने कोटपूतली से पचास किलो विस्फोटक मंगाया है।
ये ब्लॉक टूटेंगे
जेडीए अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई अमानीशाह नाले की 210 फीट चौड़ाई के आधार पर हो रही और सेन्टर लाइन से 105 फीट दायरे में बी, ई, एफ तीन ब्लॉक का बड़ा हिस्सा आ रहा है। जिसमें करीब 63 फ्लैट शामिल हैं। हांलाकि, जेडीए ने मंगलवार को इस जमीन की 90 बी व लीज डीड निरस्त कर दी, जिसके बादजमीन पर निर्मित सभी निर्माण अवैध हो गया।
इस इंजीनियरिंग पर होगा काम
ई ब्लॉक का आधा हिस्सा ही सेन्टर लाइन से 105 फीट के दायरे में आ रहा है। ऎसे मेंप्रभावित हिस्से को दूसरे हिस्से से अलग करना होगा, जिससे दूसरा हिस्सा नहीं टूटे। इसके लिए आइसोलेशन तकनीक अपनाई जाएगी। इसमें दोनों हिस्सों के बीच बने बीम को काटकर विस्फोटक भरा जाएगा।
इस प्रक्रिया के बाद इम्पलोशन तकनीक का इस्तेमालहोगा। इसमें इमारत के भूतल सहित दो मंजिला में लगे सभी पिलर किए गए छेद में 100 से 150 ग्राम तक विस्फोटक भरकर एक-दूसरे को इलेक्ट्रॉनिक वायरिंग से कनेक्ट किया जाएगा और रिमोट कंट्रोल से उड़ाया जाएगा। इस तकनीक से बिल्डिंग के गिरते समय कंक्रीट-पत्थर, लोहा व अन्य सामान बाहर की तरफ नहीं फैलकर अंदर की ओर ही रहेंगे।
बी व एफ पर मंथन
विशेषज्ञ सरवटे ने बताया कि बी ब्लॉक लम्बाई में है, जिसके चलते इसके आधे हिस्से को पूरी से काटना पड़ेगा। इसमें काफी समय लगेगा और कई तकनीकी उलझन भी हैं। उन्होंने बताया कि जेडीए अधिकारियों से बातचीत करने के बाद ही इन ब्लॉक्स को ध्वस्त करने की कार्रवाई होगी।
शहर में चर्चा, मौके पर जुटेलोग
बहुमंजिला इमारत को विस्फोटक से उड़ाने की खबर शहर में आग की तरह फैल गई और लोग इस संबंध में एक-दूसरे से जानकारी लेते रहे। मौके पर भी लोगों का जमघट लगा रहाऔर कौतूहलवश कई लोग तो इमारतके अंदर ही घुस आए, जिन्हें पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला। इस बीच आस-पास के लोग घर की छतों पर डटे रहे।
जेडीए की अपील... सावधानी बरतें
इमारत को उड़ाने से पहले उसके 100 मीटर दायरे के हिस्से को खाली कराया जाएगा। दक्षिण हिस्से की तरफ ही एक कॉलोनी है, जिनके एक दर्जन से अधिक घर इस दायरे में आ रहे हैं। पुलिस प्रशासन विस्फोट से एक घंटे पहले यह काम करेगा। जेडीए प्रबंधन ने लोगों से अपील कीहै कि विस्फोट के समय इमारत या नजदीकी घरों में न रहें।
नहीं मिली राहत
इस बहुमंजिला अपार्टमेंट कीभूमि की 90 बी व लीजडीड निरस्त करने के खिलाफ संबंधित फर्म मानसरोवर हैरिटेज इन प्राइवेट लिमिटेड को जेडीए अपीलीय अधिकरण से राहत नहीं मिली। फर्म की ओर से स्थगन आदेश केलिए अधिकरण में अपील की गई थी।
अमानीशाह नाले के बहाव क्षेत्र के तहत ही बहुमंजिला इमारत को ध्वस्त किया जाएगा। इसके बाद बाकी हिस्से को हटाने की कार्रवाई होगी। गुरूवार को पिलरों में ड्रिलिंग की जाएगी, जिसके कारण दोपहर तक इमारत ध्वस्त हो पाएगी।